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सूर्य ग्रहण 25 दिसंबर 2022🌻🌻🌻💐🌻🌻🌻
तुला राशि में लगेगा ग्रहण
हर साल दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा होती है. लेकिन इस बार सूर्य ग्रहण की वजह से गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को मनाई जाएगी. हिन्दू पंचांग के अनुसार 25 अक्टूबर की शाम 04.22 बजे से सूर्य ग्रहण शुरू होगा जो कि शाम 6.25 बजे खत्म होगा. जिन जगहों पर ग्रहण खत्म होने से पहले सूर्यास्त होगा, वहां सूर्यास्त के साथ ही ग्रहण खत्म हो जाएगा.
12 घंटे पहले लगता है सूतक
सूर्य ग्रहण का सूतक ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है. सूर्य ग्रहण का सूतक 25 तारीख की सुबह 04.22 बजे से होगा सूर्यास्त के साथ 05:22 में समाप्त हो जाएगा. जब ग्रहण खत्म होगा, तब ग्रहण का सूतक भी खत्म हो जाएगा. 25 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण तुला राशि में लगेगा. ग्रहण के समय चार ग्रह बुध, गुरु, शुक्र और शनि अपनी-अपनी राशि में रहेंगे. इन चार ग्रहों के योग में दिवाली के अगले दिन सूर्य ग्रहण का योग पिछले 1300 सालों में नहीं बना है.
ग्रहण से पहले खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल देना चाहिए. इससे ग्रहण की नकारात्मक किरणों का असर खाने-पीने की चीजों पर नहीं होता है. इस समय मंदिर के पट भी बंद कर दिए जाते हैं. फिर ग्रहण खत्म होने के बाद मंदिर की धुलाई कर शुद्धिकरण किया जाता है. इसके अलावा राशि अनुसार दान करने से भी ग्रहण के कष्ट मिट जाते हैं.
मेष-:-
ग्रहण होने के बाद मेष राशि के लोगों को ब्राह्मणों और गरीबों को अनाज,गुड़,मसूर की दाल और लाल वस्त्र दान में देना चाहिए.
वृष-:-
वृषभ राशि के जातकों को सफेद रंग की चीजें दान करनी चाहिए.आप चावल दूध, दही, खीर जैसी चीजें जरूरतमंद को दे सकते हैं.
मिथुन -:-
मिथुन राशि के जातकों को ग्रहण होने के बाद हरी रंग से संबंधित चीजें जैसे हरा सब्जियां,हरी मूंग,हरे वस्त्र और कांशे के बर्तन ब्राह्मणों को दान करना चाहिए.
कर्क -:-
कर्क राशि चंद्रमा से प्रभावित होती है.इसलिए कर्क राशि के जातक ग्रहण होने के बाद मोती,मिठाई,मिष्ठान, दूध और पनीर दान में दे सकते हैं.
सिंह-:-
सिंह राशि के जातकों को गेहूं, गुड़, नारंगी वस्त्र और तांबे के बर्तन दान करने चाहिए.
कन्या -:-
कन्या राशि बुध से प्रभावित होती हैं. इसलिए आप ऐसी चीजें लोगों को दे सकते हैं जो गणेश जी को पसंद हों.
तुला -:-
तुला राशि शुक्र से प्रभावित होती है. इसी के चलते आपको सफेद रंग की चीजें दान करनी चाहिए. अगर अच्छे से दान कर सकते हैं तो आपको अपने वजन के अनुसार दान करना चाहिए.
वृश्चिक-:-
वृश्चिक राशि मंगल से प्रभावित होती है. इसलिए आप हनुमान जी की पूजा करके उनको सिंदूर चढ़ाएं.
धनु -:-
धनु राशि गुरु से प्रभावित होती है इसलिए आपको हल्दी, केसर, पीले वस्त्र और गुड़ दान करना चाहिए.
मकर -:-
मकर राशि शनि से प्रभावित होती है और इसी के चलते आप छाता, नीले वस्त्र दान कर सकते हैं.
कुंभ-:-
कुंभ राशि के लोग लोहे की सामग्री और पीने के मटके दान कर सकते हैं.
मीन -:-
मीन राशि बृहस्पति से प्रभावित होती है. इसलिए ऐसी मान्यता है कि विद्या से संबंधित चीजें आपको दान करनी चाहिए. किसी को किताब देना आपके लिए बहुत ही शुभ होगा.
🌻 सूर्य ग्रहण की कथा समुद्र मंथन से जुड़ी है.🌻
प्राचीन काल में देवताओं और असुरों ने मिलकर समुद्र मंथन किया था। इस मंथन में 14 रत्न निकले थे। समुद्र मंथन में जब अमृत निकला तो इसके लिए देवताओं और दानवों के बीच युद्ध होने लगा। तब श्रीहरि ने मोहिनी अवतार लिया और देवताओं को अमृतपान करवाने लगे। उस समय राहु नाम के असुर ने भी देवताओं का वेश धारण करके अमृत पान कर लिया। चंद्र और सूर्य ने राहु को पहचान लिया और भगवान विष्णु को बता दिया। तब विष्णुजी ने क्रोधित होकर राहु का सिर धड़ से अलग कर दिया। क्योंकि राहु ने भी अमृत पी लिया था इसलिए वह अमर हो गया था। तभी से राहु चंद्र और सूर्य को अपना शत्रु मानता है। समय-समय पर इन ग्रहों को ग्रसता है। शास्त्रों में इसी घटना को सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण कहा जाता है।
सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के मध्य से होकर गुजरता है तथा पृथ्वी से देखने पर सूर्य पूर्ण अथवा आंशिक रूप से चंद्रमा द्वारा आच्छादित होता है। यानी कि जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रमा के पीछे सूर्य का बिंब कुछ समय के लिए ढक जाता है। इसी घटना को सूर्यग्रहण कहते हैं।गजेन्द्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ करें.
गुरु मंत्र, गायत्री मंत्र, सुंदर काण्ड, रामायण का पाठ भी कर सकते हैं.
सूर्य ग्रहण से पहले परिवार के सभी सदस्यों के एक-एक कपड़े, कुछ अनाज, कुछ धन छत पर, बालकनी या बरामदे में रख दें. उसको सूर्य ग्रहण के बाद दान कर दें.
सूर्यग्रहण में यह न करें-:-
सूर्यग्रहण में रोगी, वयोवृद्ध, नवजात व छोटे बच्चों को छूट दी गई है.
भोजन नहीं करना चाहिए
हवन नहीं करना चाहिए
बिना जरूरी काम के घर से बाहर न निकलें. बाहर निकलना पड़े, तो अपने पास कुशा या तुलसी रखें.
🌻🌻💐🌻🌻आध्यात्मिक गुरु श्री कमलापति त्रिपाठी ""प्रमोद""🌻💐🌻